संकलन:
श्रीमती सुशीला पाटनी
आर. के. हाऊस, मदनगंज- किशनगढ
- तीन चीजों से बचने की कोशिश करनी चाहिये – बुरी संगत, स्वार्थ और निन्दा
- तीन चीजों से मन लगाने से उन्नत्ति होती है – ईश्वर, परिश्रम और विद्या
- तीन चीजें कभी नहीं भूलनी चाहिये – कर्ज, फर्ज और मर्ज
- तीन को हमेशा वश में रखो – काम, लोभ और मद
- तीन पर सदा दया करो – बाल, भूखे और पागल
- कोई भी कार्य करने से पहले – सोचो, समझो, फिर करो
- तीन चीजों पर अभिमान मत करो – ताकत, सुन्दरता, यौवन