जैन धर्म मे अनेको ऐसी नारियो का उल्लेख है, जिन्होने अपने शील व धर्म के बल पर अनेको दृष्टो को पराजित कर दिया और धर्म की स्थापना की. ऐसी धर्मनिष्ठ 16 महासतियो का उल्लेख जैन धर्म में किया गया है ।
जानिये – जैन धर्म में देवियाँ
जैन धर्म कि 16 महासतियो के नाम निम्नलिखत हैं -:
1.ब्राह्मी जी
2.सुन्दरी जी
3.चंदनबाला जी
4.राजिमती जी
5.द्रोपदी जी
6.कौशल्या जी
7.मृगावती जी
8.सुलसा जी
9.सीता जी
10.सुभद्रा जी
11.शिवा सती जी
12.कुंती जी
13.शीलवती जी
14.दमयंती जी
15 .पुष्पचुला जी
16.प्रभावती जी
जिनशासन के सोलह शृंगार- 16 महासतियाँ
हम याद करे सति ब्राह्मी को
सुंदरी और चंदनबाला
राजुल द्रोपदी कौशल्या
मृगावती सुलसा सीता
शीयलपालन का था गहना
विनय का पहना था कंगना
श्रध्दा की माथे पर बिंदिया
सयंम की ओढी थी चूनरीया
उन सतियो को याद करे
प्रभुवर से फरियाद करे
समयक्तव हमे उनके जैसा दे।
धर्म का साथ था
खुद पर विश्वास था
साहस हमे उनके जैसा दे।
सुभद्रा शिवा सति कुंति भी
शीलवती और दमयंती
पुष्पचुला प्रभावती
सहनशीलता की मूर्ति
तूफान भले या हो आंधी
धर्म में श्रध्दा अडिग थी
उन वीरांगनाओ को याद करे
उनके जीवन से प्रेरणा ले ।
उन सतियो को याद करे
प्रभुवर से फरियाद करे
समयक्तव हमे उनके जैसा दे।
धर्म का साथ था
खुद पर विश्वास था
साहस हमे उनके जैसा दे