श्रीमती सुशीला पाटनी
आर. के. हाऊस, मदनगंज- किशनगढ
श्रीसेवायतन का गठन परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से परम पूज्य मुनिवर प्रमाण सागर जी महाराज की प्रेरणा से हुआ।
- 1000 दुधारू गायें 500 परिवारों को जो निरामिश एवं मद्यपान निषेध परिवार हैं – तथा मधुवन पंचायत के 14 गाँवों के ही लोग हैं, उनके स्वयं सहायता समूह बनाकर प्रथम चरण में इन्हीं 500 परिवारों को 2-2 गायें दे कर उन्हें स्वालम्बी बनाने की योजना है। यह कार्य नेशनल डेयरी डेवलपमेंट कार्पोरेशन, राज्य सरकार, पशुपालन विभाग एवं सेवायतन के सहयोग से किया जाना है। इसमें करीब दो करोड की लागत आयेगी। 50 प्रतिशत यानी एक करोड सरकार द्वारा दिये जाने की कार्यवाही चल रही है तथा एक करोड की व्यवस्था श्रीसेवायतन द्वारा की जानी है। यहाँ राज्य सरकार के सहयोग से मिल्क चिलिंग प्लांट लगाने की भी योजना है। जिसके लिये विभाग द्वारा छः करोड की योजना राज्य सराकार को समर्पित की जा चुकी है। इस कार्यक्रम की सफलता के लिये आपके सहयोग के साथ आपके मित्रगण/शुभचिंतक जो समाजसेवा में अग्रणी है अगर वे कुछ परिवार अडोप्ट कर प्रत्येक परिवार को दो गायें देने की सेवीकृति दे तो यह कार्य सहजता से पूरा हो सकेगा। एक परिवार के लिये 21000/- रुपये की राशि निर्धारित है।
- शीघ्र ही राज्य सरकार के सहयोग से एक विशाल चिकित्सा मेगा कैम्प लगाने की योजना है, जिसमें मधुवन पंचायत के 14 ग्रामों के लोग लाभांवित होंगे। मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, गिरिडीह, जिला दंडाधिकारी गिरिडीह एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की सहभागिता होगी। श्रीसेवायतन का भी पूर्ण सहयोग रहेगा। इसकी सफलता के लिये भी सहयोग की आवश्यकता है।
- मधुवन में तीर्थकर पार्क के लिये स्थल का चयन हो गया है, एवं जमीन पर्यटन विभाग को 20 पंथी कोठी द्वारा सुपूर्द करा दी गयी है। इसमें पर्यटन मंत्रालय, झारखंड सरकार का पूर्ण सहयोग होगा और तीर्थकर पार्क हो जाने से यह तीर्थ और लोगों को आकर्षित करेगा। श्रीसेवायतन समंवयक के रूप में पूर्ण सहयोग कर रहा है। डी. पी. आर. बन कर तैयार है जिसके अनुसार लगभग 11/12 करोड खर्च होने का अनुमान है।
- झारखंड सरकार पर्यटन मंत्रालय द्वारा श्री सम्मेद शिखर महोत्सव का आयोजन प्रथम बार प्रारम्भ किये जाने का निर्णय हो चुका है, जिसकी व्यवस्था एवं व्यय राज्य सरकार द्वारा होगा एवं श्रीसेवायतन पूर्ण सहयोग कर रहा है। यह भी एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। पूर्व में यह महोत्सव 21-23 दिसम्बर को निर्धारित था पर अब जनवरी में संभवतः होगा।
- अबतक श्री सम्मेद शिखर जी क्षेत्र से एक भी पत्र या पत्रिका का प्रकाशन नहीं हुआ है। जिससे सम्मेद शिखर में हो रही गतिविधियों की जानकारी अपने देश-विदेश के जैन परिवारों को नहीं हो पा रही थी इसके लिये “तीर्थेश” श्रीसम्मेद शिखर नामक त्रैमासिक पत्रिका के प्रकाशन का कार्यक्रम है, जिसमें श्रीसेवायतन एवं गुणायतन के अतिरिक्त सम्मेद शिखर जी से सम्बन्धित सभी समाचारों का प्रकाशन होगा एवं सम्मेद शिखर जी की महिमा भी प्रकाशित होगी।
- मधुबन में बिजली का घोर आभाव है, इसके लिये राज्य सरकार द्वारा मधुबन क्षेत्र के लिये 33 केबीए लाईन का पावर स्टेशन बनाने की योजना स्वीकृत हुई है एवं कार्य का जिम्मा डी0भी0सी0 को दिया गया है। आशा है शीघ्र ही यह कार्य भी प्रारम्भ हो जायेगा।
- श्रीसेवायतन द्वारा विशेष अभियान चला कर 14 ग्रामों के विद्यालय जाने वाले बच्चे-बच्चियों के शत-प्रतिशत नामांकन विद्यालय में हो इसकी कारवाई चल रही है इसके लिये घर-घर जा कर सूचनायें एकत्रित की जा चुकी हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सारे बच्चे विद्यालय जायें। इन बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिये एक किट भी दी जायेगी जिसमें स्वच्छ रहने की सामग्री रहेगी।
- अति विशिष्ट प्रतिभावान किंतु आर्थिक दृष्टिकोण से अत्यंत ही दुर्बल होनहार बच्चों को उनकी सम्पूर्ण शिक्षा हेतु चयन किया जा रहा है ताकि वे सेवायतन के सहयोग से उच्च शिक्षा प्राप्त कर उच्च प्रशासनिक एवं तकनीकि पदों पर और असैनिक सेवाओं में आ सकें इसके लिये आवश्यकतानुसार सहयोग की आवश्यकता की अपेक्षा होगी। इन बच्चों को गोद लिया जायेगा। चयन प्रक्रिया जिला दण्डाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी का सहयोग लिया जा रहा है।
- दिसम्बर माह में आर्ट ऑफ लिविंग का एक 10 दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित है। जिसमे 150 स्थानीय 14 गाँवों के लोग होंगे उसकी चयन प्रक्रिया प्रारम्भ है, इसमें करीब 150 लोगों के भाग लेने की सम्भावना है। इसका भी सम्पूर्ण खर्च श्री सेवायतन को ही उठाना है। 10 दिनों तक ये 150 लोग मधुवन में ही रहेंगे। उनके नाश्ता, खाना, पीना सारी व्यवस्था हम ही लोगों को करना है। इसमें भी सहयोग की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम से सैकडों परिवार सात्विक, संस्कारी, शाकाहारी एवं मद्यपान निषेध से दूर हो गये हैं।
- यहाँ उल्लेखनीय है कि पूर्व में आर्ट ऑफ लिविंग के कैम्प लगे थे और उसमें करीब 200 युवा युवतियाँ प्रशिक्षित हुई थीं। 10 दिन का यह आयोजन मधुबन में ही हुआ था और समस्त व्यय श्रीसेवायतन द्वारा ही किया गया। इससे ना केवल युवा युवतियाँ शाकाहारी बने बल्कि ये सारे लोग श्रीसेवायतन के कर्मठ सहयोगी बन गये। ग्राम की सफाई, प्रौढ शिक्षा, नैतिक जागरण शिक्षा नवचेतना शिविरों के माध्यम से गाँवों में एक नई चेतना जागृत हुई है।
- जैसा कि विदित है कि आचार्य विद्यासागर आदर्श ग्राम बगदाहा के सभी परिवार शाकाहारी बन गये हैं। सभी परिवारों को सोलर लैम्प दिया गया है। ग्राम में स्ट्रीट सोलर लैम्प लगायी गयीं हैं तथा ग्राम जनों के लिये श्रीसेवायतन के द्वारा तीन चापाकल लगा दिया गया है जिससे उन्हें शुद्ध जल नसीब हो रहा है। इसके पहले वे तालाब का गन्दा पानी पीने को मजबूर थे। अभी कम से कम बीस स्थानों में शुद्ध पेय जल हेतु हेन्ड पम्प की व्यवस्था करानी होगी इसमें सहयोग की आवश्यकता है। वीरेनगड्डा से बगदाहा सडक का निर्माण कार्य भी हो चुका है।
- 14 ग्रामों के परिवार को सोलर लैम्प उपलब्ध कराने के लिये विहित प्रपत्र में आवेदन प्राप्त किये जा रहे हैं। श्रीसेवायतन द्वारा 14 ग्रामों के प्रत्येक ग्रामवासी को सोलर लैम्प उपलब्ध करा देने के लिए पूरा सहयोग किया जा रहा है। ताकि वे अपने बच्चों को रात्रि में पढा सकें एवं प्रौढ शिक्षा का कार्य भे ठीक से चले।
- प्रत्येक ग्राम में कम से कम एक कुआँ खुदवाने का कार्यक्रम है। इसमें 18 कुऐं अभिलम्ब खुदवाने हैं, यह कार्य भी श्रीसेवायतन द्वारा ही किया जाना है। इसके लिये भी सहयोग की आवश्यकता है।
- सीतानाला में चेक डेम जिसमें करीब 24 लाख की लागत आयी है उसकी स्वीकृति के पश्चात कार्य पूरा हो चुका है। लोगों में काफी खुशियाँ व्याप्त है। श्रीसेवायतन के प्रयास से ही प्रशिक्षण यह उत्पाद केन्द्र भवन का भी निर्माण हुआ जिसमें करीब 11 लाख रुपये खर्च हुए। चेक डेम के बन जाने से कम से कम पाँच गाँवों के कृषकों को काफी लाभ हो रहा है एवं वे तीन फसल ले रहे हैं। इस कार्य से ग्रामजनों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रशिक्षण सह उत्पाद केन्द्र भवन बन जाने से सभी प्रकार के प्रशिक्षण आसानी से हो रहे हैं।
- बगदाहा से धावातांड सडक निर्माण का प्रावकलन तैयार किया जा रहा है ताकि यह सडक भी बन जाये जिससे पारसनाथ स्टेशन की दूरी 5 कि.मी. कम हो जायेगी। इसमें करीब 24 लाख से अधिक की राशि व्यय होने की सम्भावना है, बीरेनगड्डा से बगदाह सडक निर्माण जिस पर करीब 24 लाख खर्च हो रहे हैं कार्य पूर्ण होने की स्थिति में है।
- स्वावलम्बन के लिये पत्तल, दोना निर्माण का कारखाना लगाया जा चुका है तथा पापड उद्योग की स्थापना के लिये लिज्जत पापड उद्योग वालों से बातचीत चल रही है। यहाँ की 1000 महिलाओं को अतिरिक्त रोजगार देने की योजना है। लिज्जत पापड उद्योग लगाने के लिये श्रीमति ज्योति नायक, अध्यक्ष श्री महिला गृह उद्योग, लिज्जत पापड, मुम्बई ने आमंत्रित किया है। श्रीसेवायतन समंवयक के रूप में सहयोग करेगा। इसमें लगने वाले खर्च या फिर लाभ या हानि इसकी कोई जिम्मेदारी श्रीसेवायतन नहीं लेगा। वहाँ की करीब 1000 महिलाओं को अतिरिक्त रोजगार मिले, यह सुनिश्चित हो। लाभ या हानि या फिर पूँजी विनिमय लिज्जत पापड उद्योग को ही करना है।
- रसायनरहित खेती, सिंचाई की व्यवस्था, बिजली की व्यवस्था, शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के लिये कार्यवाही चल रही है।
- पहाड पर अपने पवित्र तीर्थ पर्वत पर अनेक दुकानें जो अनिधिकृत है और गन्दगी फैला रही है, उन्हे वहाँ से हटा कर नीचे वैकल्पिक व्यवस्था कराकर उन्हें पहाड से उतारने का कार्यक्रम चल रहा है। अभी तत्काल तीन स्थानों पर श्रीसेवायतन द्वारा निःशुल्क स्टॉल लगाया गया है जहाँ शुद्ध पेय पदार्थ उपलब्ध रहते हैं। यह कार्य आर. के. मार्बल परिवार, किशनगढ (राजस्थान) एवं री सुमेर जी चुडीवाल, कोलकाता के सहयोग से किया गया है, कुछ और स्टॉल लगाने पर विचार चल रहा है।
- शासवत भवन से लेकर तीस चौबीसी तक मुख्य सडक पर गन्दगी का अम्बार है। अतिक्रमण ने सडक आवागमन को अवरुद्ध कर दिया है। गन्दा पानी कई स्थानों पर सडक पर बह रहा है। जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटा दिया गया है तथा 1 करोड तीस लाख की लागत से नाली एवं सडक निर्माण का कार्य जल्द प्रारम्भ होगा इसके लिये सरकार द्वारा टेंडर समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जा चुका है जो 2.12.2008 को खुलेगा। इसके अतिरिक्त मधुबन पारसनाथ में सफाई के लिये एक प्रोजेक्ट बनाया गया है, जिसे श्री अशोक सेठी एवं श्री नविन्द्र जैन जो यू.एस.ए. में रहते हैं उन्हें प्रोजेक्ट रिपोर्ट और सी.डी. भेजी गयी है, एवं आशा की जाती है कि उनके सहयोग से ट्रेक्टर सफाई मजदूर स्थान-स्थान पर कुडा दान आदि की व्यवस्था हो जायेगी। उन्होंने ई-मेल भेजकर कुछ सूचनायें मांगी थी जिन्हे भेज दिया गया है।
- श्री प्रदीप जी जैन, पारसनाथ डेवलपर्स, दिल्ली वालों के सहयोग से सुलभ-शौचालयों की व्यवस्था, सफाई की व्यवस्था, सडक नाली, सडक पर लाईट, पैसेंजर शेड, मधुबन मोड से तलहटी तक सौन्दर्यकरण की बहुत ही महती योजना को मूर्तरूप देने की स्वीकृति मिल गयी है।
- इसके अलावा श्री प्रकाशचन्द जी सेठी, राँचीवालों ने अपने पूज्य पिताजी स्व. श्री कन्हैया लाल जी सेठी की स्मृति में श्रीसेवायतन के आग्रह पर मधुबन में होम्योपैथिक दवाखाना चालू करा दिया गया है। डॉ. एम. के. जैन, कोरबा छत्तीसगढ वालों ने जन कल्याणार्थ अपनी सेवायें श्रीसेवायतन को दी हैं।
- स्व. श्री पूनमाचन्द जी गंगवाल की पावन स्मृति में उनके पुत्रों ने विशेष कर श्री गजराज जी एवं दिलीप जी ने मधुबन में श्रीसेवायतन के आग्रह पर की स्वीकृति दी है जिसकी व्यवस्था की जा रही है।
- श्री संजय जी एवं विजय जी सुपुत्र श्री अशोक जी नोयडा वालों ने मधुबन पंचायत के सभी विद्यालयों के बच्चे-बच्चियों के लिय स्कूल ड्रेस देने की स्वीकृति दी है। यह उनके परिवार की अवश्य ही विशेषता है कि स्वयं दिलचस्पी लेकर इस सेवा कार्य को किया है।
- हाल ही में श्री धनकुमार जी छाबडा, इम्फाल, श्री सुखमाल जी जैन, पानीपत, श्री बाबूलाल पहाडिया, हैदराबाद, श्री राजेश जी कटारिया अहमदाबाद वालों ने संस्थान के परम संरक्षक बनने की स्वीकृति दी है। श्रीमति रत्नप्रभा सेठी, गोहाटी एवं श्री अशोक जैन, अजमेर भी संरक्षक बने हैं। हम सभी उनके सहयोग के प्रति आभार प्रकट करते हैं।
- श्री कैलाश जी घी वाले, कोलकातावालों ने एक अति सुन्दर जिसमें पचास लाख से अधिक लागत आ रही है श्रीसेवायतन मानव सेवा भवन निर्माण का कार्य चल रहा है। इस महान सेवा कार्य के लिये हम सभी श्री कैलाश ही एवं उनके समस्त परिवार के प्रति हृदय से आभारी हैं।
- श्रीसेवायतन ग्राउंड फ्लोर एवं प्रथम तल निर्मित हो चुका है। द्वितीय एवं तृतीय तल जिसमें 20 कमरे निर्मित होंगे। 10 कमरों की स्वीकृति की जा चुकी है जिसमें 8 कमरे हैदराबाद के महानुभावों द्वारा स्वीकृति दी गयी है। एक कमरे की लागत दो करोड पचास लाख रुपये हैं। बिल्डिंग में लिफ्ट एवं वातानुकुलित यंत्र लगाना है। इसमें सहयोग की आवश्यकता है।
- मधुबन क्षेत्र में पेयजल का घोर आभाव है, उसके लिये श्रीसेवायतन के विशेष प्रयत्नों के प्रतिफल राज्य सरकार पी.एच.डी. विभाग द्वारा 23 करोड की योजना स्वीकृत की गयी है एवं झारखंड केबिनेट की स्वीकृति के लिये अग्रेतर कार्यवाही चल रही है। आशा है कि इस वित्तीय वर्ष में अथवा अगले वित्तीय वर्ष में यह कार्य प्रारम्भ हो जायेगा इससे पानी की समस्या का निदान सम्भव हो सकेगा।
- मैसर्स पाटनी कम्प्युटर्स एवं समाज के कुछ और दानवीर मधुबन पंचायत के गाँवों को गोद लेकर कॉरपोरेट सोशल रिसपोंसबिलिटी के अंतर्गत सभी विकास कार्य करने को तत्पर हैं।
- आयकर आयुक्त धनबाद के पत्रांक 2453.22 दिनांक 29.11.2008 द्वारा आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 (जी) के अंतर्गत श्रीसेवायतन को दिये जाने वाले दान को आयकर से मुक्त कर दिया गया है।
- मधुबन में बिजली का घोर आभाव है इसके लिये श्रीसेवायतन के विशेष प्रयत्न से 33 के.वी.ए. की लाईन स्वीकृति मन्त्री परिषद से मिल सकी है और इसके निर्माण का जिम्मा दामोदर भेली कार्पोरेशन को दिया गया है। यह कार्य शीघ्र प्रारम्भ होगा इससे बिजली की समस्या दूर होगी।
इसके अतिरिक्त ग्रामीण महिलाओं को सिलाई मशीन एवं रोजगार के अन्य साधन मोमबत्ती, अगरबत्ती, पापड, बाँस आदि के खिलौने बना कर आर्थिक स्थिति मजबूत करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
पहाड पर अनाधिकृत रूप से अनेक दुकानें एवं झोपडियाँ बना दी गयी हैं जिससे पहाड की पवित्रता नष्ट हो रही है इस समस्या को दूर करने के लिये एक प्रोजेक्ट बनाया गया है ताकि पहाड से नीचे उन्हे धीरे-धीरे उतारा जा सके और जितना धन उपार्जित वे करते हैं उसकी व्यवस्था उन्हें नीचे करा कर तथा उनके बच्चों को मुफ्त शिक्षा, काम करने वाले युवाओं को नौकरी आदि देकर व्यवस्था की जा रही है।
ग्राम जनों को सोलर लैम्प दी गयी है ताकि वे अपने बच्चों को पढा सके और प्रौढ शिक्षा भी संचालित कर सके।
मधुबन पंचायत के 14 ग्रामों में सभी ग्रामों के लिये अलग-अलग श्रीसेवायतन ग्राम विकास समिति का गठन कर दिया गया है तथा इसी समिति के अनुशंसा के आधार पर विकास की योजनाओं को मूर्तरूप दिया जा रहा है।
मधुबन पंचायत के अंतर्गत 14 ग्रामों के लिये तीन व्यक्तियों का चयन हुआ है वे श्रीसेवायतन ग्राम प्रमुख, श्रीसेवायतन युवा प्रमुख एवं श्रीसेवायतन महिला प्रमुख के रूप में चयनित किये गये हैं। ये सभी व्यक्ति श्रीसेवायतन की गतिविधियों को ग्राम स्तर पर चलाने के लिये पूरा सहयोग कर रहे हैं।
यह सभी कार्य आपके कृपापूर्ण सहयोग से ही सम्भव है। अतः हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप इन सब कार्यक्रमों के क्रियांवयन के यथोचित सहयोग करने की कृपा करें ताकि हम सब मिलकर हम अपने पावन शास्वत तीर्थ स्थल श्री सम्मेद शिखर जी की पवित्रता एवं तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा करने में तथा इस क्षेत्र में बसे 14 ग्रामों के ग्राम जनों के जीवन में खुशहाली लाने तथा उन्हे निरामिष एवं मद्यपान से दूर कराकर इस सम्पूर्ण क्षेत्र की पावनता बनाये रखने में अपनी भूमिका निभा सके।