आचार्यश्री द्वारा रचित अनुपम कृति महाकाव्य ‘मूकमाटी’
कन्नड़, बंगाली, मराठी, गुजराती व अंग्रेजी भाषा में भी उपलब्ध
मीमांसा तीनों खंड व मूकमाटी संगोष्ठी स्मारिका उपलब्ध
यह महाकाव्य पढ़ना चाहें तो आप इस पते पर संपर्क कर यह महाकाव्य प्राप्त कर सकते हैं।
अनुमानित कीमत 200 रुपए
सपर्क सूत्र : डॉ. आर.के जैन
पता : 53/9B, साकेत नगर, भोपाल
मोबाइल : +91-94244-69101
बैंक खाता क्र. 10625231219
____________________________________________________________________
हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी आदि में अब तक प्रकाशित प्रमुख रचनाएँ: |
|
काव्य-कृतियाँ |
|
कविता |
आचार्य कुंदकुंद के ‘समयसार’, ‘नियमसार’, ‘प्रवचनसार’ तथा ‘जैन गीता’ (समणसुत्तं) आदि डेढ़ दर्जन ग्रंथों का पद्यानुवाद। अनेक शतकों की रचना। |
संत काव्य की परंपरा में राष्ट्रीय स्तर की ख्याति। वर्तमान में ग्राम, नगर तथा तीर्थक्षेत्रों पर विहार करते हुए अपने हित-मित वचनामृत से जन-कल्याण में निरत और साधना की उच्चतर सीढ़ियों पर सतत आरोहण। |
साहित्य प्राप्ति स्थल |
अमर ग्रंथालय श्री दिगम्बर जैन उदासीन आश्रम, ५८४, महात्मा गाँधी मार्ग, इन्दौर (मध्य प्रदेश) भारत दूरभाष – +91-731-2545744 |
PUJYA SHREE JI I WANT TO PURCHASE JAINSM OLD BOOK EDITION NAME LAGHU VIDHYA ANUVAAD IF U HAD IT THEN KINDLY CALL BACK. MY NUMBER IS – 07792038897
THANKS IN ADVANCE
quey about the laghu vidya anuvaad written by aacharya kun kund KINDLY CALL BACK OR GIVE ME CALL ON 09416491346
SIR I WANT TO PURCHASE JAINSM OLD BOOK EDITION NAME LAGHU VIDHYA ANUVAAD IF U HAD IT THEN KINDLY CALL BACK OR GIVE ME CALL ON 09416491346
Sir
me laghu vidhya anuvad granth apne jain mandir k liye khridna chahta hu plz rply me call back
my no. Is. 08058428675