एक ऐसी भारतीय हस्ती जिसकी पहचान शिक्षा, व्यवसाय, प्रबंध तथा सलाह के क्षेत्र में पूरे विश्व में है। जिसे दुनिया के पचास जाने-माने शिक्षा संस्थानों ने शैक्षणिक विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया है। आप अनेक अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के डॉयरेक्टर, प्रशिक्षक, सलाहकार हैं। आपके विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में 67 शोध आलेख प्रस्तुत हुए हैं। आप विश्व की 21 संस्थानों के मानद् सदस्य हैं तथा आप भारत की रिलायंस इंडस्ट्री में स्वतंत्र डॉयरेक्टर हैं।
सादगी, सरलता और धार्मिक आचरण के साक्षात जीवंत व्यक्तित्व वाले श्री दीपकचंद जी जैन (अमेरिका निवासी) को जब पिछले दिनों योगीश्वर, जगउपकारी विद्यासागरजी महा मुनिराज का परिचय मिला, तो आपके अंतर्मन मन से दर्शन हेतु भाव हुए। इसमें अनायास ही अर्पित पाटोदी (इंदौर) निमित्त बन गए।
विविध क्षेत्रों में पहचान बना चुके अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त दीपकचंद जी ने ज़रा भी देर किए बिना रविवार 15 अक्टूबर 2017 को रामटेक, जहाँ आचार्य महाराज विराजमान हैं, वहाँ पहुंच गए। अर्पित पाटोदी ने एक दिन पहले पहुंचकर आचार्यश्री जी को आपकी विशेषज्ञता का परिचय बता दिया था।
गुरुवर आचार्यश्री जी को आपने अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में चल रही शैक्षणिक विशेषताओं की जानकारियों से अवगत कराया। आचार्यश्री जी ने प्रतिभा-स्थली और देश में चल रही शिक्षा, शिक्षा का माध्यम, भारतीय संस्कृति और हस्तकरघा विषय पर चर्चा की। जो लगभग सवा घंटे तक चली। आपने आचार्यश्री जी के पहली बार साक्षात दर्शन किए। उनसे लंबी चर्चा का अवसर मिला। इस अविस्मरणीय अनुभूति को अपने मन में संजो लिया।
बाद में आपने प्रतिभास्थली की प्रमुख दीदीयों से प्रतिभास्थली में चल रही गतिविधियों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की तथा अपना बहुमूल्य मार्गदर्शन दिया।