प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शाम 5.51 बजे अपने काफिले के साथ यहां पहुंचे। उनकी कार सीधे मंदिर परिसर के भीतर पहुंचीं। वे कार से उतरे और आचार्यश्री विद्यासागर महाराज का आशीष लेने प्रधानमंत्री नंगे पांव चलते हुए मंदिर में बने संत निवास की सीढ़ियां चढ़कर अंदर पहुंचे। उनके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर, राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली, वित्तमंत्री जयंत मलैया, स्वास्थ्य मंत्री शरद जैन थे।
जैन समाज की ओर से हथकरघा केंद्र मुंगावली व अन्य स्थानों की बहनों ने प्रधानमंत्री को उनकी मां के लिए हथकरघा (हैंडलूम) की साड़ी भेंट की तो मोदी भावुक होने के साथ ही प्रसन्न हो उठे और बरबस ही उनके मुंह से निकला- मां के लिए साड़ी, वाह! साथ ही प्रधानमंत्री के लिए जैकेट, कुर्ता आदि वस्त्र भी भेंट किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वोच्च संत आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज को नमोस्तु निवेदित कर श्रीफल भेंट कर आशीष ग्रहण किया।
प्रधानमंत्री ने आचार्यश्री को पुनः नमन कर पाद प्रक्षालन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवर के कक्ष में जाकर कुछ विशेष बिंदुओं पर गहन चर्चा कर उनका समाधान प्राप्त किया। प्रधानमंत्री ने, गुरुवर जिन मुद्दों पर प्रतिदिन आम श्रावकों के बीच अपने प्रवचन करते हैं, उन्हीं में से कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर एकांत में चर्चा की। संभवत: गौरक्षा, पर्यावरण, कौशल विकास, राष्ट्रभाषा सशक्तिकरण, स्वरोजगार और स्वदेशी जैसे मुख्य बिंदुओं पर दोनों के बीच 10 मिनट चर्चा हुई।
आचार्यश्री ने कहा कि वे देश में युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने, कौशल विकास, हथकरघा व कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने, शिक्षा नीति में बदलाव लाने, हिंदी भाषा का सशक्तिकरण, गौरक्षा और राष्ट्रवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने पर ध्यान दें। साथ ही उन्होंने विद्यालयों में हिंदी को शिक्षा का माध्यम बनाने की बात भी कही। पश्चात प्रधानमंत्री मोदी ने आश्वस्त किया कि वे इन बिंदुओं पर पूरा ध्यान देंगे। इस अवसर पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय रक्षामंत्री उनके साथ थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर, राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली, वित्तमंत्री जयंत मलैया, स्वास्थ्य मंत्री शरद जैन ने भी गुरुवर का आशीष ग्रहण किया। उन्होंने आचार्यश्री से राष्ट्रीय हित के अनेक मुद्दों पर चर्चा कर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया।
इसी बीच अटलबिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति मोहनलाल छीपा ने मोदीजी को आचार्यश्री की कृति ‘मूक माटी’ की गुजराती और हिंदी प्रतिलिपि भेंट की। साथ ही हथकरघा से बनी जैकेट समाज के पदाधिकारियों ने भेंट की।
उद्योगपति अशोक पाटनी, राजा भैया सूरत, पंकज पारस टीवी, संघ के वरिष्ठ अरुण जैन ने भी आचार्यश्री को श्रीफल भेंट कर आशीष ग्रहण किया।
(स्रोत- दैनिक भास्कर भोपाल)